Hindi, Poetry झूठा सच (jhoota sach) 31/03/2017 पाश की जो किताब दे कर वह मुझसे दूर गयी किसी वर्क़ में कुछ लिखकर कह गयीContinue reading
Hindi, Poetry विडंबना (VIDAMBANA) 05/04/2015 तुम क्या जानो कि कैसे आंसुओं को रोक हँसते हैं हम नींदों ने भी तभी बुलाया जब उठने की मजबूरी रही आराम की चाहत भी कमबख्त दस्तक तभी देती है दिल पे Continue reading
Hindi, Poetry रफ्तार (RAFTAAR) 07/10/2013 मैं इतना मसरूफ़ भी नहीं हूँ कि शहर कि किसी गली में लड़ते हुए कुत्तों को खड़े होकर न देखूँ । शहर में लोग भी गाड़ी जैसे ही चलते हैं Continue reading
Hindi, Poetry सफर (SAFAR) 06/10/2013 आज अचानक सारे रास्ते खत्म हो गए मुड़कर देखा तो पता चला सफर हमेशा अकेले ही था Continue reading
Hindi, Poetry खुशबू (KHUSHBOO) 11/09/2013 आज मेरी खिड़की से आई ताज़ा हवा एक पुरानी याद दिला गयी मेरी नानी के घर की याद।Continue reading
English, Hindi, Malayalam, Poetry കറുത്ത മഷി (KARUTHA MASHI) KAALI SYAAHI 30/08/2013 കരഞ്ഞ് കരഞ്ഞ് രാത്രിയുടെ കറുത്ത മഷി എന്റെ കടലാസില് പരന്നു വാക്കുകള് വിദൂര നക്ഷത്രങ്ങളെപ്പോലെ ഇടയ്ക്കിടെ തിളങ്ങി നിന്നു.Continue reading
Hindi, Poetry रक्षा बंधन (RAKSHA BANDHAN) 17/08/2013 मुझे यह त्यौहार एक हार की याद दिलाता है एक टूटे रिश्ते की यह राखी एक लम्बी टूटी हुई कहानी का छोटा हिस्सा है।Continue reading
Hindi, Poetry रिश्ते (RISHTEY) 16/08/2013 रिश्ते ऐसे ख़त्म होते हैं जैसे किसी बड़े कार्यक्रम के बाद सारी सजावट उतर जाती है मैदान और मंच खाली हो जाते हैं Continue reading
Hindi, Poetry रौशनी सी याद (ROSHNI SI YAAD) 03/06/2013 बंद कमरों की अंधेरों में रौशनी सी याद आती है चुपके चुपके गले लगाने की आहें आहट से बचाकर भरने की Continue reading